महात्मा गाँधी इंस्टिट्यूट द्वारा एक दिवसीय योग कार्यशाला का आयोजन
योग गुरु सूर्यदेव आर्य ने विद्यार्थियों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए ॐ उच्चारण ,उद्गिद प्रणायाम,अनुलोम – विलोम व ध्यान के द्वारा स्वस्थ रहने के सर्वोत्तम उपाय बताए
भौतिकतावाद में इंसान का मन पर नियंत्रण नहीं है योग के द्वारा ही मन पर नियंत्रण सम्भव – भोला
जीन्द – आज प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट द्वारा महात्मा गांधी शिक्षा एवं समाज विकास संगठन के सहयोग से एक दिवसीय योग कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्यातिथि जवाल्माला डेरा के महंत स्वामी सदानन्द महाराज जबकि विशिष्ट अतिथि उप जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश भोला रहे | महात्मा गांधी शिक्षा एवं समाज विकास संगठन व अखिल भारतीय वैष्णव बैरागी परिषद के अध्यक्ष राजकुमार भोला ने कहा कि हमारा उद्देश्य योग को जन जन तक पहुचाना है ताकि युवा राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर सके । प्रदेश व देश का नाम रोशन कर सके । इस योग कार्यशाला में काफी संख्या में छात्र एंव छात्राओं ने भाग लिया । योग कार्यशाला का उद्देश्य 21 जून के राष्ट्रीय योग दिवस को सफल बनाने के प्रयास में आमजन में जागरूकता फैलाने की दिशा में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया । युवाओं ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्दर मोदी जी के योग अभियान को जन – जन तक पहुँचाने के लिए स्वयं योग करने व करवाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर जींद शिक्षा सहयोग समिति के एमडी शुभम जयहिंद ,शाइनिंग स्टार प्ले स्कूल मंजीत भोंसला, सुरेश चौहान,सज्जन सैनी, पूजा जांगड़ा,बिरेंदर बिरोली , संतरों, राहुल ग्न्गोरिया,अंकुश गर्ग, रवि आर्य आदि मौजूद रहे ।
योग गुरु सूर्यदेव आर्य ने कहा कि योग के द्वारा मन पर नियंत्रण बना रहता है। विद्यार्थियों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए ॐ उच्चारण ,उद्गिद प्रणायाम,अनुलोम – विलोम व ध्यान के द्वारा स्वस्थ रहने के सर्वोत्तम उपाय बताए । उन्होंने आहार विहार व स्वस्थ दिनचर्या के बारे में विद्यार्थियों को बताया कि संसार का प्रत्येक जीव – जन्तु प्रात:काल 4 बजे उठ जाता है परन्तु मनुष्य देर तक सोता रहता है इसीलिए अधिक अस्वस्थ रहता है। जिसके कारण मनुष्य अनेकों असाध्य बीमारियों से ग्रसित हो रहा है । स्वस्थ रहने के लिए हर रोज योग व व्यायाम ही सर्वोत्तम उपाय है ।
उप जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश भोला ने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने का संकल्प करवाते हुए कहा कि आज के भौतिकतावाद में इंसान का मन पर नियंत्रण नहीं है। आज युवा अपने पथ से भटक गया है वह नशे की जकड़ में आ गया है इसीलिए हम सबका परम् कर्तव्य है कि हम स्वयं भी नशे से दूर रहे साथ ही जो युवा नशे के आदि हो चुके हैं उन्हें भी प्रेरित करके समाज की मुख्यधारा से जोड़े । आज बहुत युवा मानसिक तनाव से ग्रस्त होकर आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते है या कोई अपराध का रास्ता चुन लेते है यदि हमे इन सबसे बचना है तो योग को नियमित रूप से जीवन में अपनाना होगा । योग जीवन जीने की कला का नाम है इसलिए योग को प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में अपनाना चाहिए जंक फ़ूड खाना मसालेदार खाना , शराब व तम्बाकू का सेवन कभी नहीं करना चाहिए ताकि सभी व्यक्ति रोगमुक्त रह सके । युवाओ को योग हर रोज़ जरूर करना चाहिए क्योकि जिस देश की युवा शक्ति स्वस्थ व मजबूत होती है वो देश व् समाज भी उतनी ही तरक्की करता है |
स्वामी सदानन्द महाराज ने कहा की योग का उद्देश्य बच्चों को आगे चलकर एक नेक इंसान बनाना है। बच्चा जिस भी माहौल में रहेगा उस पर वैसा ही प्रभाव पड़ेगा। बच्चों और युवाओं के अंदर शक्ति जगाकर देश प्रेम की भावना को ओर जगाना है। आत्मबल के लिए योग ध्यान जरूरी है। आज तक कोई ऐसी दवा नहीं बनी जिससे आत्मबल बढ़े और बलवान हो। केवल ध्यान और योग के द्वारा ही आत्मबल बढ़ता है।